आपको बता दे कि दिल्ली के परिवहन मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता Kailash Gahlot ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है | कैलाश गहलौत के इस इस्तीफे से आम आदमी पार्टी में हड़कंप मच गया है |
बीते दिन 16 नवंबर को कैलाश गहलौत ने अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र लिखा ,जिसमे उन्होंने पार्टी में चल रही विवादों और दिल्ली सरकार के कामकाज पर सवालिया निशान खड़े किये | इसके अलावा कैलाश गहलौत ने अपने एक्स हैंडल से अपनी डीपी हटा ली है | कहा जाता था कि कैलाश गहलौत अरविन्द केजरीवाल को हनुमान मानते थे |
कैलाश गहलौत ने अपने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर अरविन्द केजरीवाल को सम्बोधित किया हुआ लेटर पोस्ट किया है ,जिसमे उन्होंने शीशमहल से लेकर यमुना की सफाई तक का जिक्र किया है | कैलाश गहलौत ने अपने पत्र में लिखा है “हम लोग लोगो के अधिकारों के लिए लड़ने के बजाय हम केवल अपनी राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे है ,राजनीतिक उद्देश्य लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पर हावी हो गयी है ,जिससे कई सारे वादे पीछे छूट गए है ,यमुना नदी को ले लीजिये हमने स्वच्छ नदी बनाने का वादा किया था लेकिन कभी पूरा नहीं कर पाए | आगे कैलाश गहलौत का कथन था कि अगर दिल्ली सरकार अपना अधिकांश समय केंद्र से लड़ने में बिताती है तो दिल्ली की प्रगति संभव नहीं है | इसके अलावा शीशमहल का जिक्र करते हुए कहा कि ‘शीशमहल ‘ जैसे अजीबोगरीब विवाद जो अब सभी को संदेह में डाल रहे है ,क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विस्वास रखते है |
कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी छोड़ने से बीजेपी पार्टी ने ख़ुशी जताई है | वही कपिल मिश्रा का कथन था कि ” केजरीवाल गैंग की लूट और झूठ के खिलाफ कैलाश गहलौत का ये कदम स्वागत के योग्य है | अब यह कयास लगाए जा रहे है कि कैलाश गहलौत बीजेपी में शामिल होंगे या फिर कांग्रेस में ?
इसके साथ ही आपको यह बता दे कि दिल्ली में विधान सभा चुनाव नजदीक है ,ऐसी स्थिति में कैलाश गहलौत का आम आदमी पार्टी छोड़ना अरविन्द केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ा सकती है |